लखनऊ। कोषागार कर्मचारी संघ का अधिवेशन उद्यान भवन, लखनऊ में सम्पन्न हुआ। इस अधिवेशन में प्रदेश के सत्तर कोषागारों के लगभग 250 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अधिवेशन में सर्वसम्मति से पुरानी कार्यकारणी को फिर से चुन लिया गया। इस चुनाव में अखिलेश चन्द्र अग्निहोत्री, अध्यक्ष, नज़मी कमाल खान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा हेमन्त कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री चुने गये। महामंत्री पद पर चौथी बार हेमन्त कुमार श्रीवास्तव को चुना गया।
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संघ द्वारा बैठक में निर्णय लिया गया कि सदस्यों के हित में हर सम्भव प्रयास करेगा यह लड़ाई सड़क से लेकर सर्वोच्य न्यायालय तक लड़ी जायेगी। इस आम सभा/अधिवेशन में सभी जनपदों के अध्यक्ष/मंत्री के अलावा श्री मनोज कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, नीतिन शंकर, अश्वनी कुमार, राजेन्द्र मिश्र, हिन्दराज सिंह, अजय तिवारी, प्रमोद कुमार सिंह,विकास रावत, आदि मंच पर उपस्थित थे।
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संघ के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश अग्निहोत्री ने बताया वर्तमान में उनकी प्राथमिकता कोषागार कार्मिकों के लिये 37 वर्ष पीछे से पदावनत कर वसूली किये जाने के तानाशाही आदेशों का हर स्तर पर विरोध करना है, उन्होने कहा कि कर्मचारियों ने अपने पदों पर सरकार के आदेशों के अन्तर्गत रहकर कार्य किये है छोटे कर्मचारियों से किये गये कार्य के सापेक्ष मिले हुए वेतन की वसूली संविधान के अनुछेद-14,16 तथा 39-डी का उल्लंघन है।
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उन्होंने कहा कि कोषागार को 80 अनुपात 20 का लाभ तत्कालीन श्री कल्याण सिंह की सरकार के मंत्री मण्डल द्वारा अन्य विभागों जैसे सचिवालय एवं विभागीय लेखा आदि के कर्मचारियों की तरह दिया गया था, किन्तु शासन के कुछ अधिकारियों द्वारा 08 वर्ष बाद बैकडेट से वापस ले लिया गया है, जिसके कारण कर्मचारियों के वेतन से अवैध वसूली के आदेश हो गये हैं। संघ ने इस सम्बन्ध में विभागीय मंत्री से भी एक समान व्यवस्था के अन्तर्गत न्याय प्रदान करने हेतु हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष नज़मी कमाल खान ने बताया कि संघ अपने सदस्यों के हित में हर सम्भव प्रयास करेगा यह लड़ाई सड़क से लेकर सर्वोच्य न्यायालय तक लड़ी जायेगी।
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पुनः निर्वाचित महामंत्री हेमन्त कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आज की आमसभा में संघ के संविधान में भी कतिपय संशोधन पास कराये गये हैं तथा सदस्यों का आश्वस्त किया गया है कि जिम्मेदार अधिकारी कितने भी कुच्रक रच लें, कितनी भी भ्रमक सूचनाएं सरकार और अखबार में जारी कर दें कर्मचारी के खून पसीनें की कमाई का एक-एक पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा बल्कि हमारी लेखाकार से लेकर लेखाधिकारी तक रोकी गई पदोन्नतियॉ साजिश करके खाली रखे गये 1000 पदों की भर्ती तथा धारित पद पर मिलने वाली एसीपी हर हाल में लेकर रहेंगे आवश्यकता पड़ी तो प्रकरण जनप्रतिनिधियों एवं सेवानिवृत साथियों के माध्यम से मा0 मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने का काम करेंगे।
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