ब्यूरो रिपोर्ट। तीन नये कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने लखीमपुर खीरी मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग करते हुये चेतावनी दी कि ऐसा न होने की सूरत में किसान सरकार विरोधी प्रदर्शन को बाध्य होंगेे।
लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur violence) के शिकार किसानों की अंतिम अरदास कार्यक्रम में भाग लेने आये श्री टिकैत (Tikait) ने कहा कि यदि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा नहीं हुआ तो लखीमपुर से ही आंदोलन का बिगुल फूंका जायेगा।
आंदोलन (movement) के तहत देश के अलग अलग हिस्सों में किसानों के अस्थि कलश भेजे जायेंगे और 24 अक्टूबर को अस्थि विसर्जन किया जायेगा। इसके बाद 26 अक्टूबर को लखनऊ में किसान विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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उन्होने कहा कि तीन अक्टूबर की जघन्य वारदात के सभी दोषियों को सजा दिलाए बिना किसान संयुक्त मोर्चा शांत बैठने वाला नहीं है। किसानो के दवाब में सरकार को आखिरकार मंत्री पुत्र आशीष मिश्र (Ashish Mishra) को गिरफ्तार करना पड़ा मगर अभी तक केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा नहीं लिया गया है।
मंत्री को हटाने पर अड़े किसान
Tikait का तर्क था कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी के बगैर उनके पुत्र केे खिलाफ पुलिस की जांच पारदर्शिता से नहीं हो सकती। मंत्री को हटाये जाने तक किसानो का आंदोलन जारी रहेगा।
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