लखनऊ, (एस.वी. सिंह उजागर )। किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए सीमावर्ती प्रदेशों से किसानों ने मुजफ्फरनगर की ओर कूच करना सुरू कर दिया है। शिक्षक दिवस के अवसर पर भाकियू नेता राकेश टिकैत केन्द्र सरकार को किसान एकता का पाठ पढ़ायेंगे।
मुजफ्फरनगर के राजकीय इण्टर कॉलेज में किसानों की महापंचायत पर राजनीतिक गलियारों में भी खासा महत्व दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस पंचायत की भीड़ को देखकर सत्ता व विपक्षीगण आगे की चुनावी रणनीति बनायेंगे।
हलांकि देश के कई किसान संगठन सरकार के कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं लेकिन पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, उत्तराखण्ड और राजस्थान से किसानों का एक बड़ा वर्ग कृषि कानूनों के विरोध में शुरूआत से ही है। पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत का किसान भी दिल्ली बॉर्डर पर बीते 10 महीने से धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में आने लगे हैं। महाराष्ट्र और गुजरात से भी कई किसानों के जत्थों ने यूपी के टिकरी बॉर्डर पर मोर्चा संभाले राकेश टिकैत से मिलकर उनका पुरजोर समर्थन किया है।
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पंजाब से जुट रही है भारी भीड़
मुजफ्फरनगर, महापंचायत में अकेले पंजाब से ही पांच लाख किसानों के पहुंचने की संभावना जतायी जा रही है। गौर तलब है कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस मुखरता से तीनों कृषि कानूनों का विरोध करती आ रही है। अगले साल पंजाब में चुनाव भी होने हैं इस लिए इस पंजाब सरकार इस महापंचायत को पूरी तौर पर समर्थन देगी।
जयंत चौधरी हैलीकॉप्टर से कर सकते हैं फूलों की वर्षा
क्षेत्र में चर्चा है कि किसान आंदोलन के जरिए फिर से राजनीतिक रसूख को वापस पाने की जुगत में लगे रालोद नेता चौधरी जयंत सिंह महापंचायत में आये किसानों के ऊपर हैलीकॉप्टर द्वारा फूलों की वर्षां करेंगे। चौधरी जयंत पश्चिम यूपी के जाटों में अपना खोया जनाधार वापस पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। केन्द्र सरकार की सख्ती के बाद एक बार तो ऐसा लगा था कि पुलिस टिकैत के आंदोलन को कुचल देगी। तभी टिकैत के आंसुओं ने जाटो के अंदर आंदोलन को लेकर एक नया उत्साह भर दिया। उस दौरान जयंत चौधरी टिकैत को समर्थन देने सबसे पहले पहुंचे थे। इसके बाद से ही वहां आंदोलन की दिशा फिर से बदल गयी थी।
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कृषि कानूनों की वापिसी के साथ भाजपा की सत्ता उखाड़ने का फूंका जायेगा विगुल
मुजफ्फर पंचायत से टिकैत एक तीर से दो निशाने साधने जा रहे हैं। कृषि कानूनों की वापिसी के लिए जनसमर्थन जुटाने के साथ ही राकेश टिकैत यूपी, हरियाण, उत्तराखण्ड और भाजपा की केन्द्र की सत्ता को उखाड़ फेकने का आहवान करेंगे। आंदोलनकारी किसान यह बात ठीक तरह से समझ चुका है कि बिना भाजपा को सत्ता से बाहर किए तीनों कृषि कानूनों को वापस कराना काफी मुश्किल काम है। इस लिए इस महापंचायत के द्वारा जहां किसान नेता अपनी ताकत दिखाएंगे वही विपक्षी दल सत्ता में सेंध लगाने की रणनीति तैयार करेंगे।
महापंचायत को लेकर जिला प्रशासन ने जारी किया एलर्ट
जिला प्रशासन ने किसान महापंचायत को ध्यान में रखते हुए सहानपुर मंडल में अलर्ट है। इस बीच सहारनपुर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डा. प्रीतिन्द्र सिंह ने बताया कि कल मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत को शांति पूवर्क सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इतंजाम किए गये हैं। उन्होंने बताया कि महापंचायत के दौरान बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरों से लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ वीडियोग्राफी भी की जाएगी। इसके अलावा ड्रोन कैमरों से भी नजर रही जायेगी।
सुरक्षा के चौकस किये बंदोबस्त
उन्होंने बताय कि 16 पुलिस उपाधीक्षक, 40 पुलिस निरीक्षकों के अलावा पर्याप्त पुलिसकर्मी तैनात रहेगें। यातायात व्यवस्था के लिए 55 दरोगा और कांस्टेबिल की तैनाती रहेगी। पुलिस लाइन से 212 निरीक्षक और उपनिरीक्षक मुजफ्फरनगर पंचायत में ड्यूटी देंगे और 900 के करीब हैंड कांस्टेबल और कांस्टेबल डयूटी में लगाए जाएंगे। सड़क मार्गों पर विभिन्न स्थानों पर एंबूलेंस की सुविधा रहेगी।
गौरतलब है कि नये तीन किसान कानूनों के विरोध में पिछले कई माह से भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्च में कई किसान संगठन दिल्ली सीमा पर आन्दोलनरत हैं और इसी क्रम में कल मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत बुलाई गई है।
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(अपील- राजधानी लखनऊ से प्रकाशित रत्नशिखा टाइम्स, समाचार पत्र व पोर्टल कृषि व किसानों से संबन्धित मुद्दों को प्रमुखता से उठा रहा है। देश वासियों से इस मिशन के साथ जुड़ने की अपील। अपने क्षेत्र की जन समस्याएं कृपया हमारे ईमेल- ratnashikhatimes@gmail.com पर प्रेषित करें। हम उसका प्रकाशन और प्रसारण दोनो करेंगे। – संपादक )