खरीफ फसलों की खेती लगभग पूरी हो चुकी है. हालांकि कुछ हिस्सों में अभी भी रोपाई-बुवाई का काम जारी है। ऐसे में समय पर पर्याप्त बारिश किसानों की जरूरत है। लेकिन कुछ हिस्सों में लगातार बारिश से फसल को नुकसान भी हुआ है।
बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके असर से अलगे 2-3 दिन के दौरान कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि 24 जुलाई तक पूर्व और आसपास के मध्य भारत में व्यापक वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 2-3 दिनों के दौरान पश्चिमी तट पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा केरल के कुछ जिलों में भी भारी वर्षा हो सकती है. इसको देखते हुए आईएमडी ने शुक्रवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने राज्य के मछुआरों को 26 जुलाई तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
केरल के कुछ जिलों के लिए IMD ने जारी किया यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 22 से 26 जुलाई तक के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा, ‘केरल तट और इसके आसपास 40-50 किमी प्रति घंटे और 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का अनुमान है. ऊपर उल्लेखित अवधि में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है.’ वहीं कन्नूर में शुक्रवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने बाकी अन्य जिलों के लिए भी शुक्रवार को यलो अलर्ट जारी किया है।
रेड अलर्ट 24 घंटे के भीतर 20 सेमी से ज्यादा, भारी से अत्यधिक बारिश का, जबकि ऑरेंज अलर्ट 6 सेमी से 20 सेमी तक की भारी बारिश का संकेत देता है. वहीं यलो अलर्ट 6 से 11 सेमी बारिश को सूचित करता है।
इन इलाकों में शुक्रवार को होगी बारिश
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि शुक्रवार को गोवा, मध्य महाराष्ट्र के आसपास के हिस्सों, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, आंतरिक कर्नाटक, केरल, हिमाचल प्रदेश, असम और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक थानों पर कुछ देर के लिए तेज बारिश की संभावना है।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा के कुछ हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, केरल के तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दिल्ली और एनसीआर में छिटपुट मेघ गर्जना या हल्की बारिश हो सकती है।
खरीफ फसलों की खेती मॉनसून पर निर्भर
खरीफ फसलों की खेती लगभग पूरी हो चुकी है. हालांकि कुछ हिस्सों में अभी भी रोपाई-बुवाई का काम जारी है। ऐसे में समय पर पर्याप्त बारिश किसानों की जरूरत है। लेकिन कुछ हिस्सों में लगातार बारिश से फसल को नुकसान भी हुआ है। अपने देश में खरीफ फसलों की खेती सामान्य तौर पर मॉनसूनी बारिश पर निर्भर है। अगर समय पर और जरूरत के मुताबिक बारिश होती है तो खेती में किसानों की लागत कम हो जाती है और पैदावार अधिक होने की संभावना बढ़ जाती है।