रांची। झारखंड में रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर ” जनसंख्या विस्फोट एक सामाजिक समस्या ” विषय पर एक वेबिनार का आयोजन रविवार को गूगल मीट के माध्यम से आयोजित की गयी।
वेबिनार की मुख्य अतिथि राँची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बढ़ती जनसंख्या विश्व के कई देशों के लिए प्रमुख चुनौती बन गया है।विश्व जनसंख्या दिवस का मुख्य उद्देश्य विभिन्न जनसंख्या मुद्दों पर लोगों की जागरूकता बढ़ाना है जैसे कि परिवार नियोजन, लिंग समानता , गरीबी , मातृ स्वास्थ्य और मानव अधिकारों का महत्व ।
उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या विश्व के कई देशों के सामने बड़ी समस्या का रूप ले चुकी है तथा खासकर विकासशील देशों में जनसंख्या विस्फोट एक गंभीर चिंता का विषय है।
वेबिनार के मुख्य वक्ता राँची विश्वविद्यालय के पूर्व डी एस डब्ल्यू डॉ पी के वर्मा ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या का प्राकृतिक संसाधनों पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ा है जिनको निकट भविष्य में अनुकूल बनाना सभी के लिए कठिन समस्या है। उन्होंने कहा कि बंदिशें या कानून से नही बल्कि जनसंख्या नियंत्रण में सामाजिक जागरूकता लाना जरूरी है।उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या की बढ़ती
आवश्यताओं को ध्यान में रखते हुए आज ईंधनों, कोयला और पेट्रोलियम जनित उद्योगों की संख्या में बढोत्तरी हो रही है एवं जिसके फलस्वरूप कार्बन डाईऑक्साइड साहित ग्रीन हाउस गैसें वायुमंडल में पहुंच रही है ।उन्होंने बढ़ती जनसंख्या किसी भी समाज के लिए बिकट समस्या है इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने का आह्वान किया।