औरैया, (रिपोर्टर- विकास अवस्थी)। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि सी- विजिल एप आने वाले विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग के साथ करवाने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन सिद्ध होगी। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सम्बंध में उप जिला निर्वाचन अधिकारी रेखा एस चौहान ने बताया कि यह एप भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी की गई थी और 2019 की आम चुनाव में सफलतापूर्वक पहली बार इस्तेमाल की गई थी। उन्होंने कहा कि यह एप तनकीनी -समझ वाले नौजवानों के चुनाव अमल में भागीदारी को यकीनी बनाने के साथ-साथ, मतदान से संबंधित कामों को सरल बनाने और इसके कामकाज को बदलते समय के साथ तालमेल बिठाने की ओर नए तरीकों में से एक है।
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उन्होंने कहा कि सी विजिल आटो लोकेशन डाटा के साथ लाइव फोटो /वीडियो रखने वाला होने के कारण, आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन के सबूत आधारित प्रमाण प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि कोई भी नागरिक चुनाव अमल के दौरान इस एप द्वारा शिकायत दर्ज करवा सकता है, जिसकी फ्लायंग स्क्वायड की तरफ से आगे जांच की जाएगी और रिटर्निंग अफसर की तरफ से जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। शिकायत दर्ज होते ही इस पर कार्रवाई शुरू की जाएगी और 100 मिनटों में इसका निपटारा किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि यदि शिकायतकर्ता की पहचान नहीं बताना चाहता तो उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह भारत निर्वाचन आयोग की एक ऐतिहासिक पहलकदमी है जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है। हर अधिकारी को अपनी चुनाव ड्यूटी पूरी तनदेही के साथ निभानी चाहिए, जिससे यह एप वोटरों के लिए वरदान साबित हो।
एप पर शिकायतों का निपटारा जल्द किया जाए
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि एप पर प्राप्त शिकायतों का जल्दी से जल्दी निपटारा करना यकीनी बनाने के लिए अपेक्षित प्रणाली अब से ही स्थापित कर ली जाए, जिससे इसको सफल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में चुनाव अमले को एप संबंधी रस्मी तौर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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