published by neha bajpai
लखनऊ। हिंदी दिवस के अवसर पर एक्सप्रेशंस इन लैंग्वेजेज एंड आर्ट्स फउंडेशन (एला फाउंडेशन) लखनऊ , का हिन्दी पखवाड़ा महोत्सव -समन्वय और सृजन – दिनांक 14 सितबंर को संपन्न हुआ। इस अवसर पर ” हिंदी विश्व पटल पर” शीर्षक अन्तर्गत अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी काव्य महोत्सव का आयोजन किया गया। ऑनलाइन मोड में फिजी से इस अंतर्राष्ट्रीय काव्य सम्मलेन को भारतीय श्री अमित अहलावत ने अंतर्राष्ट्रीय संयोजक के रूप में संचालित किया।
प्रो रवीन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम में फिजी में बसे भारतीय कवि अमित अहलावत ,न्यूज़ीलैंड से कवियत्री डॉ सुनीता शर्मा ,फिजी के हिंदी लेख संघ के अध्यक्ष श्री जैनन प्रसाद , फिजी नेशनल यूनिवर्सिटी फिजी से हिंदी कवि डॉ बलराम पंडित जी , डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय से डॉ अलका सिंह , नागपुर से प्रो अवधेश सिन्हा आदि कवियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
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विशिष्ट अतिथि के रूप में फिजी में भारतीय उच्चायोग की उच्चायुक्त एवं हिंदी की जानी मानी लेखिका एवं कवि डॉ पद्मजा ने प्रतिभाग किया और भारतीय संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में अपनी कवितायेँ पढ़ी। डॉ अलका सिंह ने भाषा संस्कृति , पर्यावरण एवं सामाजिक मुद्दों को छूती हुई अपनी रचनाएँ पढ़ीं। श्री अमित अहलावत ने देश संस्कृति एवं हिंदी पर अपनी ओजमयी रचनाएँ पढ़ी। एला के सचिव – डॉ कुलवंत सिंह ने आमंत्रित कवि गणों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया की एक्सप्रेशंस इन लैंग्वेजेज एंड आर्ट्स फाउंडेशन साहित्य , कला संस्कृति एवं रंगकर्म हेतु समर्पित संस्था है और समाज तथा संस्कृति के विकास हेतु विभिन्न शोध एवं संचार में निरत है। फिजी और न्यूज़ीलैंड के कवियों में हिंदी की भाषायी संस्कृति की अनंत अभिव्यंजना दिखी।
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सभी रचनाकारों में में हिंदी के वैश्विक परिवेश की झलक दिखी , साथ ही इसके प्रचार प्रसार हेतु तन्मन्यता के भी भाव दिखे । एला के सचिव – डॉ कुलवंत सिंह ने आमंत्रित कवि गणों का आभार व्यक्त किया। समारोह में बिहार के मगध विश्वविद्यालय बोधगया से युवा कवि राहुल कुमार ने ऑनलाइन लिखकर देश और मातृभाषा के प्रति अपने भाव व्यक्त किया।नेशनल डिफेन्स अकादेमी पुणे से डॉ प्रज्ञा बाजपेई , छतीसगढ़ से डॉ प्रतिभा मुख़र्जी साहूकर, महाराष्ट्र से डॉ ऍन जे पवार , संजय विट्ठल बाविस्कर, डॉ एस पी जानके , समस्तीपुर बिहार से कवि डॉ पूजा झा लखनऊ से प्रो रवि खरे , प्रो मनीषा शुक्ल , डॉ वैदूर्य जैन , सुमेधा द्विवेदी , युवा कवि प्रीती सिंह , श्रुति , अनिरुद्ध , राजा अग्निहोत्री इत्यादि ने प्रतिभाग किया और कविताओं पर अपनी ऑनलाइन टिप्पणियां प्रेषित करते रहे।
कार्यक्रम के तकनीकी निदेशक डॉ वैदूर्य जैन रहे। समारोह के आयोजन में कार्यकारिणीं सदस्य एवं शाहजहां पुर के एस एस कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अरुण कुमार यादव , एला की कार्यक्रम अधिशाषी सुमेधा द्विवेदी , अनुकृति राज इत्यादि की भी विशेष अभिव्यक्ति रही।