औरैया, (रिपोर्ट-विकास अवस्थी)। जिस गौमाता (Gaumata) के संरक्षण के लिए केन्द्र व प्रदेश की योगी सरकार अरबों रूपये खर्चा कर रही है उस गाय के नसीब में न ठीक से जीना और न ही चैन से मरना नसीब है।
जनपद के दिबियापुर (Dibiyapur) क्षेत्रांतर्गत भागनगर ब्लाक के चपोली ग्राम पंचायत में गौमाता को कुत्ते नोच-नोच कर खा रहें हैं। सूचना मिलने के बाद भी जिले के आला अधिकारियों को इतनी फुरसत नही मिली कि उस गाय का अंतिम संस्कार तक करा देते।
जिस गाय के संरक्षण के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने भारी भरकम अधिकारियों की टीम बना रखी है वह टीम न तो गायों को चारा खिला पा रही है और न उनका सम्मानित तरीके से अंतिम संस्कार ही करा पा रही है। औरैया जनपद के बिरिया गांव का यह वीडियों देखकर किसी भी आस्थावान व्यक्ति का ह्दय बिचलित हो सकता है।
देखें वीडियो-
भागनगर ब्लाक के चपोली ग्राम पंचायत में एक गाय सड़क के किनारे मंगलवार दोपहर से मरी पड़ी है जिसे कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे हैं। उसका अंतिम संस्कार को न तो गांव वालों ने करना उचित समझा और न ही घटना की सूचना पाकर वहां के जिला प्रशासन की नींद टूटी।
रत्नशिखा टाइम्स (Ratnashikha Times) के संवाददाता ने वहां के एडीओ, सीडीओ व पीडीओ समेत जिलाप्रशासन के अनेक अधिकारियों को कुत्तों द्वारा गाय माता को नोच-नोच कर खाने की सूचना दी लेकिन एक दिन बीत जाने के बावजूद किसी को इस बात की फुरसत नही मिली कि वह घटना स्थल पर पहुंचकर गाय का अंतिम संस्कार करा देता।
सरकार गाय के सरक्षण पर अरबों रूपये कर रही खर्च
बता दें कि केन्द्र और प्रदेश की योगी सरकार गौवंशियों के संरक्षण पर अरबों रूपये खर्च करती है। मण्डीपरिषद, आबकारी व टोल से करोड़ों रूपये का गाय के संरक्षण व भरणपोषण के नाम पर सेस वसूला जाता है। लेकिन प्रदेश में गायों की दशा बद से बद्तर है।
छुट्टा गोवंशियों के रख रखाव पर सौ करोड़ से ज्यादा का सालाना खर्च
प्रदेश में छुट्टा गोवंशियों को रखरखाव हेतु यूपी का सालान बजट लगभग सौ करोड़ से ऊपर का है। इसके बावजूद निराश्रित गायों पीड़ा दायक मौते और कुत्तों से नुचने की घटनाएं आये दिन प्रकाश मे आती रहती हैं।
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शासन से लेकर गांव तक भारी भरकम अधिकारियों की कमेटी
गौवंशियों के संरक्षण हेतु प्रदेश सरकार ने पहले शासन फिर मण्डल उसके बाद जिला व ब्लाक लेवल की कमेटी गठित कर रखी है लेििकन इसके बावजूद भी गायों की दशा में रत्तीभर भी सुघार नही है। औरैया जनपद के बिरिया का यह वीडियो अधिकारियों की घोर लापरवाही का जीता जागता उदाहरण है।
सूचना के 20 घण्टे बाद भी अधिकारी नही जागे नींद से
ग्राप प्रधान से लेकर जिला प्रशासन के टॉप टू बॉटम के अधिकारियों को इस सम्बन्ध में सूचना दी गयी लेकिन कोई भी अधिकारी समाचार लिखे जाने तक मौके पर नही पहुंचा। वहां का ग्राम प्रधान जेसीबी और डीजल लाने की बात कहता तो रहा लेकिन उसने किया कुछ नही।
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CVO व ADO के उठे फोन बोले दिखवाता हूं
रत्नशिखा टाइम्स (Ratnashikha Times) के लखनऊ स्थित मुख्यालय से जनपद के सभी अधिकारियों को बारी-बारी से फोन किया गया लेकिन संपर्क नही हो सका। सीवीओ (CVO) औरैया से सुबह 10.47 वार्ता हुई उन्होने कहा कि मरी गाय वैसे तो हमारे अंडर में नही आती लेकिन फिर भी हम इस घटना को दिखवा लेते हैं। समाचार पोस्ट होने के बाद एडीओ (ADO) सुरेश पाण्डेय से क्षेत्रीय संवाददाता की बात हुई उन्होने भी घटना स्थल पर पहुंचने की बात कही।
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