बाढ़ के चलते चंबल और यमुना उफान पर
इटावा,(आरटी न्यूज़ )। उत्तर प्रदेश के इटावा मे चंबल और यमुना नदी का पानी घुसने से बाढ की स्थित उत्पन्न हो गयी है। दोनों नदियों के उफान से वहां के 100 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं।
भरेह इलाके के हरौली बहादुरपुर गांव के 100 से अधिक बाढ़ पीड़ित गांव के बाशिंदों को एनडीआरएफ टीम ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। जबकि चंबल नदी की बाढ़ में चंबल के ऐतिहासिक भारेश्वर मंदिर करीब तीस फुट तक डूब गया है। बाढ़ की हालात में शिवभक्तो के पूजा करने का सिलसिला थम गया है ।
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एसएसपी डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने गुरूवार को बताया कि भरेह इलाके के हरौली बहादुर गांव मे बाढ में फंसे एक सैकड़ा से अधिक गांव वालों को एनडीआरएफ टीम ने निकाल कर सुरक्षित औैरैया जिले के गौहानी कला गांव मे पहुचा दिया है।
एसएसपी ब्रीफिंग
- चंबल और यमुना की बाढ़ से हरौली बहादुरपुर, नीमडांडा, नीभी, भरेह, चकरपुरा, अमदापुर, कायन्छी गॉव में पानी घुस गया है।
- भरेह से चकरनगर, भरेह से बाबरपुर, भरेह से जिला मुख्यालय आने का रास्ता बंद हो गया है ।
- स्थानीय निवासियों और मवेशियों समेत सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया।
- बीहडी इलाके का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया हैै।
- चंबल और यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर
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गांवो की दैनिक कामकाज बुरी तरह प्रभावित – डीएम
जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को यमुना और चंबल की बाढ़ के मद्देनजर इटावा बुलाया गया। चंबल यमुना नदी का जलस्तर खतरे को निशान को पार कर गई है जिससे चंबल इलाके के एक दर्जन गांवो की दैनिक कामकाज बुरी तरह से प्रभावति हुआ है ।