लखनऊ, (एस.वी.सिंह उजागर)। निदेशक प्रशासन द्वारा पशुचिकित्सकों के 6 अक्टूबर के प्रस्तावित धरने की परमीशन न देने तथा कार्यवाही की चेतावनी जारी करने के बाद उत्तर प्रदेश पशुचिकित्सा संघ टकराव के मूड में आ गया है। संघ ने आह्वान किया है कि धरना निर्धारित तिथि पर होगा इसके लिए सभी पशुचिकित्सक सामूहिक अवकाश लेकर हक की लड़ाई में शामिल हों।
उत्तर प्रदेश पशुचिकित्सा संघ के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने ऐलान किया कि धरना यथावत रहेगा। यदि निदेशक द्वारा परमीशन का अडंगा लगाया गया तो सभी पशुचिकित्सक उस दिन सार्वजनिक अवकाश लेकर धरने में शामिल होंगे। डॉ. राकेश ने कहा कि उनके संगठन में फूट डालने की कोशिश की जा रही है लेकिन लोगों के मंसूबे पूरे होने वाले नही है।
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डॉ. राकेश ने बताया कि उनके धरने का मकसद शासन और सरकार का 2017 में मेडिकल पैरिटी पर बनी सहमति को लागू कराने का है। पशुचिकित्सकों के साथ अब सौतेला व्यवहार नही चलने वाला है। जब उनसे इमरजेंसी सेवाएं ली जा सकती हैं तो मेडिकल पैरिटी दिये जाने पर भेदभाव क्यों। उन्होने कहा कि धरना होकर रहेगा।