लखनऊ, (एस.वी.सिंह उजागर)। समान मेडिकल पैरिटी की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा संघ के आह्वान पर प्रदेश के पशु चिकित्सकों द्वारा डिजिटल बायकॉट (digital boycott) करने से विभाग को जरूरी आंकड़े मिलने बंद हो गये हैं। पशुचिकित्सकों ने विभाग से संबन्धित सभी वॉट्सएप (WhatsApp) ग्रुप से एक्जिट कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताविक यूपी के पशुपालन विभाग (Animal Husbandry) में इन दिनों जबर्दस्त उठा-पठक का माहौल चल रहा है। प्रदेश भर के पशुचिकित्सालयों में तैनात वेटनरी चिकत्कसको ने जनपद के सीवीओ द्वारा विभागीय आंकड़े एवं कार्र्याे के आदान प्रदान हेतु क्रिएट किये गये वाट्सएप (WhatsApp) ग्रुप से एक्जिट कर दिया। जिससे निदेशालय व शासन स्तर पर भेजे जाने वाले आंकड़े एवं आवश्यक सूचनाएं बाधित हो गयी हैं।
विभागीय सूत्रों के अनुसार चिकित्सक आंकड़े तो तैयार कर रहे हैं लेकिन निदेशालय को डिजिटल बहिष्कार (digital boycott) के चलते भेज नही रहे हैं। जिससे प्रदेश में पशुओं की स्थित, उनकी गणना उनको दिए जाने वाले वेक्सीन आदि का आंकड़ा निदेशालय को नही मिल पा रहा है।
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पशुधन मंत्री की समीक्षा बैठक स्थगित
मंगलवार को प्रस्तावित पशुधन मंत्री लक्ष्मीनाराण चौधरी (Laxminaran Choudhary) की समीक्षा बैठक रद्द हो गयी। गोकरननाथ रोड स्थित पशुपालन विभाग (Animal Husbandry) के निदेशालय में मंगलवार को पशुधन मंत्री की समीक्षा बैठक होनी थी जिसे अचानक रद्द कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि निदेशालय स्तर पर मची उथल पुथल व निदेशक प्रशासन एवं विकास पर ट्रांसफर पोस्टिंग में धन उगाही के लगे आरोपों के बाद मंत्री जी खासे नाराज हैं। इस बात को जानने के लिए संवाददाता ने मंत्री के आवास व कार्यालय पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन मंत्री जी प्रदेश के दौरे पर बताए गये।
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मांगे नही मानी गयीं तो करेंगे कार्य बहिष्कार-डॉ. राकेश
उप्र. पशुचिकित्सा संघ के अध्यक्ष के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार (Dr Rakesh Kumar) ने बताया कि शासन को एक सप्ताह तक डिजिटल बहिष्कार की चेतावनी दी गयी थी। जिसके तहत सभी पशुचिकित्सकों ने विभागीय ग्रुपों से एक्जिट कर दिया है। पशुचिकित्सालयों से निदेशालय को सभी तरह के आंकड़े भेजने बंद कर दिए है। यदि उनकी मांगों को पूरा नही किया गया तो आंदोलन को और धार दी जायेगी।
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