लखनऊ, ( एस. वी. सिंह उजागर )। यूपी का पशुपालन विभाग शीध्र मोबाइल वेटनरी यूनिट (Mobile Veterinary Unit) की सुविधा से लैस होगा। प्रति 01 लाख पशुओं की संख्या पर 01 मोबाइल वेटनरी यूनिट काम करेगी। यह यूनिट पशु स्वामी के घर जाकर उसका उपचार करेगी।
पशुपालन विभाग के नवनियुक्त कार्यवाहक निदेशक डिजीज कन्ट्रोल एवं प्रक्षेत्र डा. इन्द्रमणि ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत एक बड़ी एम्बुलेंस होगी जो सभी तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। इसमें 01 पशु चिकित्सक के साथ 02पैरावैट की तैनाती होगीे। जो ऑन स्पॉट पशु का इलाज करने पहुंचेंगे। मोबाइल वेटनरी यूनिट (Mobile Veterinary Unit) की एंबुलेंस में अल्ट्रासाउंड व एक्सरे मशीन रहेंगी जिनकी सहायता से ऑन स्पॉट पशुओं को इलाज किया जा सकेगा।
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टोल फ्री नम्बर पर कॉल करने से घर पर इलाज करने पहुंचेगी यूनिट
डॉ. इन्द्रमणि के अनुसार विभाग द्वारा एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जायेगा। पूरे प्रदेश में कहीं से भी यदि कोई पशुपालक कॉल करता है तो कॉल सेंटर वह कॉल सम्बन्धित यूनिट को ट्रांसफर कर देगा। कॉलर के नजदीक जो भी वेटनरी यूनिट उस दौरान होगी वह उस बीमार पशु को अटेंड करने पहुंच जायेगी।
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तेलंगाना और उड़ीसा में यह सुविधा हो चुकी है चालू
तेलंगाना और उड़ीसा में Mobile Veterinary Unit की सुविधा चालू हो चुकी है। वहां से इसके अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। केन्द्र सरकार की यह योजना सभी प्रदेशों में लागू होनी है। उत्तर प्रदेश ने इसको लेकर प्रस्ताव भेज रखा है। उम्मीद है कि अक्टूबर के अंत तक इस पर कार्य शुरू हो जायेगा।
520 मोबाइल वेटनरी यूनिट बनाएगा यूपी
योजना के अनुसार प्रति 01 लाख पशुओं की संख्या पर 01 यूनिट काम करेगी। यूपी में अभी 5 करोड़ 20 लाख 37 हजार पशु हैं। इस हिसाब से प्रदेश में तकरीबन 520 Mobile Veterinary Unit तैयार की जायेंगी।
आउटसोर्स से लिए जायेंगे चिकित्सक व प्राइवेट विभाग में पशु चिकित्सकों व पैरावेट्स की कमी को देखते हुए मोबाइल वेटनरी यूनिट के लिए आऊट सोर्स से भर्ती की जायेगी। डॉ. इन्द्रमणि के अनुसार इस संदर्भ में जल्द ही आऊटसोर्सिंग कंपनी नाम फाइनल कर लिया जायेगा।
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दवा की नही है किल्लत
नवनियुक्त कार्यवाहक निदेशक डिजीज कन्ट्रोल एवं फार्म डॉ. इन्द्रमणि ने कहा कि प्रदेश के सभी पशु चिकित्सालयों में दवा के पर्याप्त भंडार हैं। सभी तरह की वैक्सीन जानवरों को प्रॉपर तरह से लगाई जा रही है। वह स्वयं कई चिकित्सालयों का दौरा भी कर चुके है। हर जगह दवा के समुचित प्रबंध किये जा चुके हैं।