गोरखपुर, (आरटी न्यूज़)। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने पोहचे उत्तर मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने सभी बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की।उन्होने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार और प्रशासन पूरी संवेदनशीलता से युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य में लगा है। बाढ़ से प्रभावित कोई भी व्यक्ति न तो भूखा सोएगा और न ही कोई बेघर रहेगा।
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राहत कार्यो के सम्बन्ध में योगी ने आश्वाशन देते हुए बताया कि इस संबंध में प्रशासन के स्तर पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही है। न केवल बाढ़ बल्कि इसके बाद भी नागरिकों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है।
प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का जीवन हमारे लिए अमूल्य है
उन्हाेने कहा कि “ प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का जीवन हमारे लिए अमूल्य है। हम आश्वस्त करते हैं कि आपदा के इस समय मे सरकार पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता से आपके साथ खड़ी है।” अधिकारियों को निर्देशित करते हुए मुख्यमन्त्री कहा कि किसी को तनिक भी परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने झंगहा,खजनी,सहजनवा और लालडिग्गी में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और राहत सामग्री का वितरण किया।
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गौरतलब है कि नेपाल में भारी बारिश से पूर्वांचल के करीब 15 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। गोरखपुर में करीब 304 गांवों की 26 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। यहां 405 नाव और 50 स्टीमर लगाए गए हैं। बाढ़ चौकियों व कंट्रोल रूम के जरिये बाढ़ पर नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैं।
पिछले 50 सालों में ऐसी स्थति नहीं आयी
पिछले 50 सालों में नदियों का जलस्तर बढ़ने की इतनी खतरनाक स्थिति कभी नहीं हुई। बचाव के लिए समय पूर्व किए गए प्रभावी इंतजामों से जन व धन हानि को रोकने का पूरा प्रयास किया गया है। इसमें कामयाबी भी मिली है।
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उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफए एसडीआरएफ व पीएसी की फ्लड यूनिट को पहले से ही सक्रिय कर दिया गया था। पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था के साथ राहत सामग्री का पर्याप्त इंतज़ाम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि कोई भी खुद को असहाय न समझे और राज्य सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है।