आरटी ट्विटर डेस्क। प्रधानमंत्री फसलबीमा (pmfby) योजना में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 31 जुलाई निकल चुकी है जबकि बड़ी तादात में किसान इस योजना में पंजीयन करने वंचित रह गए। यही वजह है जो पूरे देश से इसके रजिस्ट्रेशन की Date आगे बढ़ाने की मांग उठ रही है।
(Tw: but, so and because, and)
मोदी सरकार किसानों के लिए लायी गयी फसल बीमा योजना pmfby का खूब ढोल पीट रही है लेकिन किसान कह रहे हैं की योजना तो ठीक है लेकिन बीमा कंपनियां और बैंक अभिकर्त्ताओं की मिलीभगत के चलते इस योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पाता।
(Tw: but, so and because, and)
यह भी पढ़ें – कृषिमंत्री के क्षेत्र जमौली में बाढ़, लाखों की सब्जियां जलमग्न नही पहुंचा कोई सुध लेने
भारत की आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत कृषि मंत्रालय द्वारा ‘फसल बीमा सप्ताह’ pmfby का आयोजन किया गया। इसके दौरान pmfby के बारे में किसानों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।
(Tw: but, so and because, and)
pmfby के ट्विटर पर किसानों की संकाओं का होता है समाधान
pmfby का ट्विटर किसानों की शंकाओं का समाधान भी कर रहा है, पिछले दिनों किसानों की तरफ से पूछे जाने वाले कुछ सवालों का जवाब ट्विटर पर पसरित किया गया.
(Tw: but, so and because, and)
किसानों का सवाल था कि ‘एक बार बीमा कराने के बाद क्या बीमित फसल का नाम नहीं बदला जा सकता।’
जवाब में pmfby के ट्विटर हेंडल से लिखा गया – ‘सभी किसान पंजीकरण की आख़िरी तारीख़ से दो दिन पहले बीमित फसल का नाम बदलने की अर्ज़ी दे सकते हैं।’
(Tw: but, so and because, and)
किसानों के एक अन्य सवाल –‘आपदा से तबाह हुयी फसल की सूचना कितने समय तक बीमा प्रदाता कंपनी को दे देनी चाहिए।’
इसके जवाब में pmfby ने कहा-‘स्थानीय आपदाओं की अवस्था में फसल को हुए नुकसान की जल्द सूचना 72 घंटों के भीतर देने पर वित्तीय सहायता का लाभ मिल जाता है। ‘
(Tw: but, so and because, and)
पीड़ित किसान खूब निकल रहर होनी भड़ास
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना @pmfby के ट्विटर हेंडल से जहां किसानों को हर चीज से अपडेट रखने के लिए सूचनाएं प्रसारित की जाती हैं उसी ट्विटर हेंडल पर पीड़ित किसान अपनी जमकर भड़ास निकाल रहे हैं।
(Tw: but, so and because, and)
उनका कहना है की योजना एक छलावा है इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है. कुछ किसानों ने अपनी शिकायत में लिखा कि, उन्हें अभी तक 2019 का क्लेम नहीं मिल पाया है. ऐसे ही कुछ किसानों की प्रतिक्रिया हमारी ट्विटर डेस्क ने संकलित की जो इस प्रकार से हैं-
(Tw: but, so and because, and)
यह भी पढ़ें – B Ed Entrance Exam 2021: महाविद्यालयों और बीएड संस्थानों में ऑनलाइन प्रवेश 01 अगस्त से शुरू
रामस्वरूप नागर @SZhC55XFfJ2RlyN
कुँवर हर्षित सिंह बैस @HarshitBais
राम बचन यादव @rambachan1383
सुरेन्दर देशवाल @SurenderDeshwa7
राजू नम्बरदार @Raju_Namberdar
रामबीर तोमर @RambeerTomar
लोकेश बुनकर @Lokeshbunkar19
प्रिन्स दुबे जीमहाराज @PRINCED10612121
तरंग कारपे @tarangkarpe
अरुपति कल्यानम @apkalyanam
. What common farmers do. We Pray for “Incentive linked New PMFBY to assure minimum of 20% as base Claim with Ceiling of 80%.Win Win for Govt & Kisans (Tw: but, so and because, and)