Published by Neha Bajpai
लखनऊ, (विशेष संवादात)। इनसाइक्लोपीडिया ऑफ लखनऊ के नाम से मशहूर पद्यश्री योगेश प्रवीण काआज यहां निधन हो गया । वह 82 साल के थे ।
लखनऊ को दी अलग पहचान
उन्हें इलाज के लिये बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया । श्री प्रवीण का नाम उन लोगों में शुमार रहा है जिन्होंने लखनऊ को एक अलग पहचान दिलाई। उन्होंने लखनऊ के स्वर्णिम अध्याय को दुनिया के सामने रखा ।अपनी किताब लखनऊनामा के जरिये उन्होंने लाखों करोड़ों लोगों को लखनऊ की रूमानियत,कला,स्ंस्कृति से रूबरू कराया ।
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लखनऊनामा के लिये मिला था नेशनल अवार्ड
वह विद्यांत हिन्दु कॉलेज से रिटायर्ड हुये । उन्हें लेखन की प्रेरणा अपनी मां रमा श्रीवास्तव से मिली। वो अपने जमाने की जानी मानी कवियत्री थीं । लखनऊनामा के लिये उन्हें नेशनल अवार्ड भी मिला । उनके भाई कामेश श्रीवास्तव ने निधन की पुष्टि की ।
श्री प्रवीण को परमेश्वरी के अलावा यश भारती,यूपी रत्प अवार्ड नेशनल टीचर सहित कई सम्मान मिले ।
श्री योगेश प्रवीण अभिनेता के पसंदीदा लेखक थे ।उनकी फिल्म जुनून की पटकथा उन्होंने ही लिखी थी । यही नहीं जब लखनऊ में फिल्म की शूटिंग हो रही थी तब शशि कपूर उनके साथ ही धरोहरों का भ्रमण करते थे और लखनऊ से जुड़ी जानकारियां और किस्से सुनते थे ।
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घर को पंचवटी संग्रहालय बनाये जाने की थी ख्वाइश
फिल्म उमराव जान में भी योगेश प्रवीण की मुख्य भूमिका थी । दिवंगत प्रवीण की ख्वाहिश थी कि चौक स्थित उनका घर पंचवटी संग्रहालय बनाया जाय । इसके लिये वो कई साल से प्रयास कर रहे थे ।
उनकी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं वर आधारित वृत चित्र लाइफ ऑफ योगेश प्रवीण जल्द ही रिलीज होगी ।हालांकि वृत चित्र उन्हें दिखाई जा चुकी थी लेकिन लॉकडाउन के कारण इसे रिलीज नहीं किया जा सका । वृत चित्र का निर्देशन अश्विनी सिंह तथा लेखन हफीज किदवई ने किया है ।
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