नयी दिल्ली। हॉलमार्किंग के विरोध में बुलाई गयी ज्वेलर्स की हड़ताल का देश में कुछ खास असर दिखाई नहीं दिया। सरकार के उपभोक्ताओं को स्वर्ण आभूषणों की शुद्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई हॉलमार्किंग की व्यवस्था के विरोध में घोषित आज एकदिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर स्वर्णकार एवं कारोबारियों के बीच एकता नहीं दिखी
स्वर्णकारों एवं कारोबारियों का शीर्ष संगठन ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मीथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने सोमवार को बताया कि कुछ आभूषण संगठनों की कुछ राज्यों में घोषित सांकेतिक हड़ताल पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने दावा किया कि इस हड़ताल का कुछ शहरों में केवल आंशिक असर देखा गया। आभूषण के कुछ बड़े प्रतिष्ठान केवल बंद रहे।
पंकज अरोड़ा ने कहा कि देश के आभूषण कारोबारियों ने इस हड़ताल को पूरी तरह से नकार दिया है। केवल कुछ गिने-चुने आभूषण कारोबारी नहीं चाहते कि सरकार उनकी गतिविधियों के बारे जाने, जिसके विरोध में उन लोगों ने हड़ताल की घोषणा की थी।
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इन शहरों में नहीं दिखा हड़ताल का असर
पंकज अरोड़ा ने कहा कि लखनऊ, कानपुर, भोपाल, सूरत, अहमदाबाद, पुणे, मुंबई, कोलकाता, रांची, भुवनेश्वर, पटना, नागपुर, गुवाहाटी, तिनसुकिया, रायपुर, अकोला, हैदराबाद, चेन्नई और पुद्दुचेरी में स्वर्ण कारोबारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान खुले रखे। केवल दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में कुछ दुकानें बंद रहीं जबकि दिल्ली के अन्य इलाकों में सभी दुकानें खुली रहीं।
एआईजेजीएफ ने किया हड़ताल का विरोध
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मीथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा एवं महासचिव राजीव रस्तोगी ने इस हड़ताल का विरोध किया और कहा कि जब वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल एवं भारतीय मानक ब्यूरो के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने खुद आभूषण कारोबारियों से प्रत्येक मुद्दे पर चर्चा की और जब सरकार ने बातचीत के दरवाजे बंद नहीं किये हैं तब हड़ताल की घोषणा करना देश के स्वर्णकारों के साथ विश्वासघात है। ऐसे गलत काम से न केवल सरकार बल्कि उपभोक्ताओं के मन में अविश्वास पैदा होगा कि आभूषण कारोबारी विशुद्ध कारोबार नहीं करना चाहते हैं।
भारतीय मानक ब्यूरो ने कहा हॉलमार्किंग सभी के लिए फायदेमंद
उल्लेखनीय है कि ब्यूरो के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने एचयूआईडी-आधारित हॉलमार्किंग को सभी के लिए लाभदायक बताते हुए बीते शनिवार को कहा था कि इससे उद्योग के कामकाज में पारदर्शिता आता है, उपभोक्ताओं को उनके पैसे के बदले में सही सामान प्राप्त करने के अधिकार को सुनिश्चित करता है और इंस्पेक्टर राज की संभावनाओं को कम करता है।
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प्रमोद तिवारी ने उद्योग जगत के लोगों से इस योजना के क्रियान्वयन में अपना पूरा सहयोग देने और हड़ताल एवं इस किस्म की गतिविधियों से दूर रहने की अपील की थी क्योंकि सरकार उनकी वास्तविक मांगों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा थाk कि यह योजना पूरी तरह से सफल रही है और एक करोड़ से अधिक आभूषणों की हॉलमार्किंग के बाद इस योजना को स्थगित करने या वापस लेने के बारे में बात करना बेमानी है।