नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी से 2 903 रेलकर्मियों की मौत हुई है। राज्यसभा से एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि महामारी के कारण जान गंवाने वाले 2,782 रेलकर्मियों में मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जा चुका है।
ट्रेड यूनियन मंत्री (अश्विनी वैष्णव) ने कहा कि भारतीय रेल नीति के तहत सेवा में जान गंवाने वाले श्रमिकों पर निर्भर रहने वाले लोगों को अनुकंपा कारणों से नौकरी दी गई। कोरोना में जान गंवाने वाले ट्रेन के कर्मचारियों पर निर्भर लोगों को भी अनुकंपा रोजगार में रखा जा रहा है। ट्रेड यूनियनों के मंत्री ने कहा कि ट्रेन के कर्मचारियों की 2,903 मौतों में, 1 732 मामलों में, मृतकों पर भरोसा करने वाले लोगों को सहानुभूतिपूर्ण सेवाएं दी गईं।
8,63,868 रेलकर्मियों को लग चुकी कोरोना की पहली डोज
केंद्र सरकार की ओर से यह भी घोषणा की गई है कि अब तक 8,63,868 रेलकर्मियों को पहली एंटी-कोरोना वैक्सीन और 2,34,184 को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। ट्रेन कर्मियों के टीकाकरण के लिए पर्याप्त संख्या में टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। इतना ही नहीं, सरकार की ओर से सभी ट्रेन कर्मियों का टीकाकरण करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
अब तक 14 एयर क्रू मेम्बरों की हुयी मौत
एक दिन पहले ही सरकार ने लोकसभा को बताया था कि कोरोना के कारण 14 जुलाई तक एयर इंडिया के क्रू मेंबर्स की मौत हो गई। केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को लोकसभा से एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि एयर इंडिया के 3 533 कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित थे।
केंद्र सरकार के अनुसार, एयर इंडिया द्वारा कोविड से प्रभावित श्रमिकों और उनके परिवारों के हितों की रक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इतना ही नहीं, कोरोना के कारण जान गंवाने वाले सभी पूर्णकालिक कर्मचारियों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया। (Input from Agency)