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रत्नशिखा टाइम्स 

देश के किसानो की आवाज़ 

हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र, RNI No. UPHIN /2003 /15128

Indias’s most popular newspaper। web portal and You tube channel on Agriculture/Animal Husbandry

उद्भव, उद्देश्य और लक्ष्य 

देश का अन्नदाता आज सबसे ज्यादा परेशान है। देश की 70 फीसदी आबादी  कृषि पर निर्भर है। केंद्र सरकार सबसे ज्यादा बजट भी कृषि क्षेत्र के विकास हेतु  जारी करती है, बावजूद इसके किसानों की हालत बद से बदतर होती जा रही है।

जब तक अनाज या सब्जियां किसानों के हाथ में होती हैं मार्केट गिरा रहता है और जैसे ही किसानों के हाथ से निकलकर व्यापारियों के हाथ में पहुंच जाती है. उन्हीं चीजों की कीमतें आसमान छूने लगती है। सरकार भ्रष्टाचार मिटाने का दावा तो करती है लेकिन सत्ता में आते ही स्वयं भ्रष्टाचार के कंठ में डूब जाती है।

रत्नशिखा टाइम्स  (Ratnashikha Times ) उन्ही किसानों की बात को सीधे प्रदेश एवं देश की सरकार की नुमाइंदगी कर रहे लोगों तक पहुंचाने का काम करेगा। रत्नशिखा टाइम्स  (Ratnashikha Times ) सत्ता एवं शासन में ऊंचे ओहदों पर बैठे मलाई काट रहे अफ्सरों, नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स की धांधलियों को उजागर करने के साथ-साथ किसानों की हर समस्या को जड़ से उठायेगा।

प्रकाशित होने वाले प्रमुख कैटागरी

  • किसान पंचायत
  • किसान और विज्ञान
  • कैरियर और रोजगार
  • बाजार बुलेटिन
  • मेरा गांव मेरी खबर
  • मौसम विज्ञान
  • लेख-फीचर
  • लोकवाड़ी-लोकरंग
  • समस्या समाधान
  • सरकारी बजट

अन्य कैटेगरी

  • ई-पेपर
  • राष्ट्रीय
  • अर्न्तराष्ट्रीय
  • प्रादेशिक
  • विविध
  • शेयर बाजार
  • डायरेक्ट्री

 

नोट- उक्त के अलावा उन सभी विषयों एवं विभागों से जुड़े मुद्दे एवं सूचनाएं जो कृषि एवं किसानों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं।

लक्ष्य:

समाचार पत्र का प्रकाशन बिजनेस नही समाज सेवा है-

समाचार पत्र के प्रकाशन का उद्देश्य मूलतः व्यापार न होकर समाज सेवा की श्रेणी में आता है। विज्ञापन एवं सहयोग राशि अखवार नियमित व अनवरत प्रकाशन का साधन भर है।

कृषि पत्रिकारिता का समर्थन करें-

RATNASHIKHA TIMES कृषि और किसान हित से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाता है। भारत में तकरीबन 150 मिलियन किसान हैं, जो हमारे जीडीपी में 14 % योगदान देते हैं। आपको बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि RATNASHIKHA TIMES अपने विभिन्न प्लेटफार्म जैसे- News Paper, Web Portal और YouTube चैनल के माध्यम से लाखों किसानों के साथ संपर्क और संवाद बनाने का कार्य कर रहा है। हमारे संवाददाता अथक परिश्रम और मेहनत के दम पर सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और तमाम नवीनतम कृषि टैक्नॉलाजी को उन लाखों-लाख किसानों तक पहुंचा रहे हैं। साथ ही किसानों की समस्याओं को सरकार के कानों तक पहुंचाने का लगातार प्रयास करते रहते हैं। दोस्तो, आपकी जानकरी के लिए बता दें कि हम मुख्यधारा के मीडिया हाउस की तरह वित्त पोषित नहीं हैं। ऐसे में हम अपने सभी कार्यों को अनवरत तभी जारी रख सकते हैं जब आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें। आधुनिक भारत में कृषि और किसानों के हित में की जा रही निश्पक्ष, निर्भीक और स्वतंत्र पत्रकारिता को संरक्षण देने में अपना सहयोग प्रदान करें।

शुभकामनाओं के साथ
एस.वी.सिंह उजागर
(संपादक)
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‘कृषि और किसानों की सेवा ही हमारा अन्तिम लक्ष्य है।’

 

यह मिशन आप सभी के लिए है इसमें सहयोग करें –

शिखा रत्नाकर (संरक्षक, फाउंडर )

मैं किसान घर में पैदा हुई और आज तक खुद को कृषि के साथ जुड़ा महसूस करती हूं। धारावाहिक और वेव सीरीज की को प्रोड्यूसर होने से ज्यादा मुझे किसानों की समस्याओं पर कलम चलाने में गर्व महसूस होता है। किसानों के दुःख दर्द को जब देखती हूं तो बहुत तखलीफ होती है। आखिर रात दिन मेहनत करने वाला हमारे देश का अन्नदाता क्यों खुशहाल नहीं  है।

सरकार सैकड़ों कानून किसान हित में बनाती है लेकिन उसका 10 फीसदी लाभ किसानों को नही मिलता। रत्नशिखा टाइम्स कृषि और किसानों के लिए एक मंच है जहां से हम सभी भाई बहन अपनी आवाज को उठा सकते हैं। आप सभी अपने क्षेत्र की समस्याा या भ्रष्टाचार से संबन्धित कोई भी शिकायत या सुझाव हो तो रत्नशिखा टाइम्स को सूचित करें। हम आपके साथ जरूर खड़ें होंगे।

    – शिखा रत्नाकर,   ईमेल- ratnashikhatimes@gmail.com

    आओ एक आहुति हम सब मिलकर डालें-

रत्नाकर मौर्य (प्रमुखसंरक्षक/सलाहकार)

रत्नशिखा टाइम्स किसानों की दबी कुचली आवाज उठाने का एक महाअभियान है। अनुज एस.वी.सिंह उजागर जिस तल्लीनता से इस महाअभियान को आगे बढ़ा रहे हैं उससे लगने लगा है कि रत्नशिखा टाइम्स एक दिन पूरे देश के किसानों की आवाज अवश्य बनेगा।

हमारे देश का हर नागरिक किसी न किसी रूप में किसान ही है,  किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ना हम सभी का निजी दायित्व और जिम्मेदारी है, तो आओ इस महाअभियान में एक आहूति हम सब मिलकर डालें। जय किसान।
– रत्नाकर मौर्य,   ईमेल- ratnashikhatimes@gmail.com

आपकी हर बात सही जगह पहुंचेगी –

एस.वी.सिंह ‘उजागर’ (संपादक/प्रकाशक )

ये मेरा सौभाग्य है कि, ‘रत्नशिखा टाइम्स‘ के जरिए देश के किसानों, नौजवानों, छात्रों और मजदूरों की आवाज को मुखरता से शासन और सत्ता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मुझे सौंपी गयी। शिखा भाभी ने 2003 में जिस पेड़ को लगाया आज वह छायादार हो गया है।

रत्नाकर भाई साहब ने इसके संचालन में कभी धन की कमी नही आने दी। जब-जब भी मैं कमजोर पड़ा उन्होने आगे बढ़कर हमारा सहयोग किया। उनके जैसे और कई भाई, बंधु, सखा और अधिकारी हैं जो इस मिशन को समय-समय पर सींचते रहते हैं।

अब यह 20 वर्ष पूरे कर 21 वें में प्रवेश कर गया है। इसके साथ इसके आकार और स्वरूप में भी काफी परिवर्तन आया है। समाचार पत्र के अलावा इसका डिजिटल संस्करण (ई-पेपर), पोर्टल और यूट्यूब चैनल भी मार्केट में आ चुका है। कई प्रदेशों में हमारी टीम भी खड़ी हो गयी है। जल्द ही इसका विस्तारित स्वरूप सभी को दिखाई देगा।

मैं देश के सभी किसानों, नौजवानों, मजदूरों और छात्रों का आह्वाहन करता हूूं कि उनकी कोई भी समस्या है और सुनवाई नही हो रही है, हमारे इस प्लेट फार्म पर भेजिए हम आपकी बात को सही जगह पहुंचाने का पूरा प्रयास करेंगे।

– एस.वी.सिंह ‘उजागर‘  मेल- ratnashikhatimes@gmail.com

हमसे शोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म से जुड़ने के लिए यहां संपर्क करें-

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पंजीकृत कार्यालय – 

2, तुलसी काम्प्लेक्स तालकटोरा रोड नांदखेड़ा लखनऊ -226017 

 

*किसी भी वाद निस्तारण के लिए लखनऊ जनपद स्थित न्यायालय ही मान्य होगा।

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