लखनऊ। पहले पाकिस्तान और फिर गुजरात और राजस्थान में हाहाकार मचाकर यूपी में दाखिल हुआ लम्पी वायरस अब हारने लगा है। प्रदेश सरकार द्वारा उठाये गये त्वरित प्रभावशाली कदम ने लम्पी स्किन डिजीज की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही घेराबंदी कर दी।कोरोना महामारी की तर्ज पर पशुओं में होने वाली लम्पी स्किन डिजीज से निपटने के लिए एक बार फिर योगी की टीम-9 एक्शन मोड में आ गयी है। इसका असर जनपदों में दिखाई भी देने लगा है।
बीते दो दिनों से लम्पी स्किन बीमारी को लेकर प्रदेश के ज्यादातर जनपदों से सुकून और शांति पहुचाने वाली खबरें आयीं हैं।
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कासगंज के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. अरविन्द सागर ने बताया कि उनके जनपद में लम्पी वायरस को लेकर सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक इससे प्रभावित कोई केस देखने को नही मिला है। बार्डर एरिया में पशुओं की वैक्सीनेशन की जा रही है।
इसके अलावा कासगंज के कलेक्ट्रेट सभागार में मण्डल स्तर के नोडल अधिकारी अपर निदेशक गोधन डॉ. राजेश कुमार व संयुक्त निदेशक प्रशासन दिनेश कुमार की मौजूदगी में मुख्य विकास अधिकारी सचिन ने जनपद स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली।
जिसमें लम्पी स्किन डिजीज से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने तथा आपात स्थित आने पर कैसे निपटा जायेगा इस पर कई तरह के दिशा निदेश जारी किए। नोडल अधिकारियों ने जनपद की गोशालाओं का निरीक्षण भी किया।
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अलीगढ़ के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. भूपेन्द्र पाल सिंह के अनुसार जिले में लम्पी बीमारी को लेकर स्थिति काफी नियंत्रण में आ चुकी है। उन्होने बताया कि जनपद में इस समय 36 टीमें प्रति ब्लॉक 3 टीम के हिसाब से कार्य कर रही हैं।
लम्पी प्रभावित क्षेत्र टप्पल, खैर और चण्डोस में 10 स्पेशली लगायी गयीं हैं। उन्होने बताया कि अलीगढ़ जनपद को 70 हजार वैक्सीन मिली थी जिसमें 40 वैक्सीन लग भी चुकी हैं। स्थिति पहले से काफी बेहतर हो चली है।
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एटा के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. एस.पी.सिंह ने बताया कि जनपद में सिर्फ एक केस देखने को मिला था उसके बाद अभी तक कोई केस ट्रेस नही हुआ है।
ऐहितयात के तौर सभी तरह के प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। दूसरे जनपदों से पशुओं के ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगा दी गयी है।
बरेली मण्डल के नोडल अधिकारी और अपर निदेशक नियोजन डॉ. टी.के. तिवारी ने बताया कि जिन क्षेत्रों का उन्होने दौरा किया है उनमें से ज्यादातर स्थानों पर स्थित काफी कन्ट्रोल में है। बीमार पशुओं में 70 फीसदी रिकवरी देखने को मिल रही है। कई जगहों पर स्वस्थ्य होने के बाद पशुओं द्वारा पुनः दूध बढ़ाने की रिपोर्ट भी मिली है।
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औरैया में स्थिति सामान्य नही मिला कोई केस
सीवीओ औरैया हेमचन्द्र श्रीवास ने बताया कि जनपद में अभी तक कोई टेªस नही हुआ है। लगातार सर्चिंग और मॉनीटिरिंग चल रही है। दूसरे जनपद के पशुओं को लाने-लेजाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बार्डर एरिया पर वैक्सीनेशन का कार्य एक्शन मोड पर चल रहा है।
अछल्दा के रजवामऊ में एहितियातन बीमार पशुओं के लिए क्वारंटीन सेंटर/डेडीकेटिड गौसंरक्षण केन्द्र बनाया गया है। यदि कोई पशु लम्पी प्रभावित मिलता है तो उसे यहीं रखा जायेगा। उन्होने कहा कि गुरूवार को जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्त ने जनपद के अन्य अधिकारियों के साथ क्वारंटीन सेंटर का निरीक्षण किया था।
शुक्रवार को जिला प्रभारी और प्रदेश सरकार में वन्य पर्यावरण एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री अरूण कुमार ने जिलाधिकारी औरैया की मौजूदगी में लम्पी वायरस को लेकर जिला स्तर के अधिकारियों की बैठक ली जिसमें मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह तथा खण्ड विकास अधिकारी सर्वेश रवि मौजूद थे।