Published by RT News
लखनऊ। पशु चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े चिकित्सकों व कर्मचारियों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने तथा कोविड बीमा कवर देने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश प्रदेश पशु चिकित्सा संघ के पदाधिकारियों ने प्रदेश ने पशुधन मंत्री लक्ष्मी नाराण चैधरी से मुलाकात कर मांग पत्र सौपा। स्ंघ के अध्यक्ष डाॅ राकेश कुमार ने पशुधन मंत्री के साथ हुई मुलाकात के दौरान पंचायत चुनाव में ड्यूटी के वक्त कोरोना संक्रमण के कारण मरने वाले विभाग के पशु चिकित्सकों और कर्मचारियों की सूची सौंपी।
अब तक 30 पशु चिकित्सकों की हो चुकी है कोरोना से मौत
डा. राकेश कुमार ने पशुधन मंत्री को बताया कि पशुपालन विभाग में अब तक 30 पशु चिकित्सकों समेत 50 कार्मिकों की मृत्यु कोरोना महामारी के दौरान विभागीय एवं कोविड नियंत्रण ड्यूटी करते हुए हो चुकी है। संघ के उपाध्यक्ष डॉ आशीष सिंह ने कम्पलीट मेडिकल पैरिटी सम्बन्धित निदेशक की संस्तुति को अविलंब लागू करने की मांग सरकार से की। संघ के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा सेवा संवर्ग में कई वर्षों से अपर निदेशक, उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारियों की विभागीय प्रोन्नति डीपीसी न होने से सैकड़ों पद खाली चल रहे हैं और कामचलाऊ तरीके से विभाग में पशुपालन पशुचिकित्सा का कार्य कराया जा रहा है जिससे योजनाओं का संचालन बुरी तरीके से प्रभावित हो रहा है। समयबद्ध प्रोन्नति में भी डीपीसी जैसे मापदंड लागू करने से सैकड़ों अधिकारियों का कैरियर खराब हो रहा है। कैबिनेट मंत्री ने संघ की मांगों पर शीघ्र त्वरित कार्यवाही कर निराकरण का आश्वासन दिया।
डॉ पवन वर्मा का कोरोना से निधन
बहराइच में तैनात पशु चिकित्साधिकारी डा. पवन वर्मा का गुरुवार को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। डा. वर्मा पंचायत चुनाव के समय से ही बीमार चल रहे थे। उनका बहराइच के चंदन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। गुरुवार को
उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा संघ के अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार समेत संघ के अनेक पदाधिकारियों ने डॉ पवन वर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
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