Published by RT News
अंबेडकरनगर । जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा सुरसा के मुंह की तरह बढ़ता जा रहा है। रविवार शाम से शुरू हुआ मौत का यह खेल मंगलवार तक जारी रहा। अब तक 17 लोग काल के गाल में समा चुके हैं, जबकि कई जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं।
उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मृतकों में सगे भाई भी शामिल हैं। ये घटनाएं जैतपुर, जलालपुर, मालीपुर, और कटका थाना क्षेत्रों में हुईं। पुलिस ने गांवों में पहुंचकर घर-घर तलाशी ली। जैतपुर के मखदूमपुर गांव से शराब की कुछ शीशियां बरामद हुई हैं। जिला प्रशासन और पुलिस के साथ आबकारी विभाग मौत का कारण स्पष्ट करने में जुटा है। हालांकि, अभी तक अधिकारियों का मानना है कि सभी मौतें शराब पीने से नहीं हुई हैं।
भियांव: जैतपुर थाने के मखदूमपुर गांव में रहने वाले सेवानिवृत्त सूचना अधिकारी राम सुभग चौहान के घर इसी गांव के अमित चौहान, महेश चौहान, जैसराज चौहान और बगल के गांव शिवपाल के सोनू चतुर्वेदी ने रविवार को एक साथ बैठकर शराब पी। शाम होते-होते अमित चौहान की मौत हो गई, जबकि अन्य की हालत बिगड़ गई। परिजन आनन-फानन उन्हें लेकर नगपुर सीएचसी पहुंचे। यहां इलाज न हो पाने पर जलालपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सोमवार को सेवानिवृत्त अधिकारी राम सुभग, महेश चौहान, सोनू चतुर्वेदी और मंगलवार को जैसराज चौहान की मौत हो गई। इसमें महेश चौहान की तीन दिन पहले आठ मई को ही शादी हुई थी। ग्रामीणों के मुताबिक मखदूमपुर के ही योगेंद्र चौहान, हरीराम और अजीत की भी शराब पीने से हालत बिगड़ गई। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी थाने के चौदहप्राश गांव के रवि और सोहगूपुर के लल्लन सिंह की भी मौत हो गई।
कटका थाने के महंगीपुर गांव में भी जहरीली शराब ने कोहराम मचाया। यहां के श्याम सिंह की मंगलवार को मौत हो गई, जबकि इनके भाई राजेश सिंह और संजय सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इन दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।