ऋषिकेश, (उत्तराखण्ड ब्यूरो)। तीर्थनगरी में धार्मिक सुचिता और नियमों की डोर लगातार टूटती नज़र आ रही है। ये हालत रसूख, जुगाड़बाजी और कथित राजस्व वसूली के दबाव में पैदा हुआ है। जानकारी के लिए बता दें कि बैराज रोड पर अंग्रेजी शराब की दुकान खोलने का आदेश पारित हुआ था। राजाजी टाइगर रिजर्ब की सीमा से लगने के कारण यहां वन्यजीवों की दस्तक भी होती रहती है। वन्यजीव मानव संघर्ष की आशंका के चलते वैन विभाग ने दुकान खोलने को लेकर आपत्ति जताई और लाइसेंस धारक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया।
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कुछ दिनों तक दुकान बंद भी रही। इसी बीच लाइसेंस धारक ने जुगाड़ बैठाया और डीएम पौड़ी से दुकान खोलने का आदेश भी जारी करवा लिया। इसी के साथ दो विभागों के बीच फिर से पत्राचार की रार शुरू हो गई है।
शराब की दुकान खोलने के आदेश जारी होने के साथ आशंकाएं हकीकत में तब्दील होने लगी हैं। बीती रात वन्यजीवों की चहल कदमी दुकान के समीप देखी गई। इसके साथ ही वन विभाग अफसरों की पेशानी पर भी बल पड़ने लगे हैं। इसी को लेकर अफसरों के बीच खतोकिताबत का दौर शुरू हो गया है।
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वन विभाग अफसरों को चिंता है कि डीएम के आदेशों पर अमल हो गया तो खुदा न खास्ता कोई दुर्घटना हुई तो जिम्मेदारी कौन झेलेगा। फिलहाल राजस्व की आड़ में शराब लाइसेंसधारी को उपकृत करने का प्रयास जारी है।
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